बेटी से बहु का सफर
एक लड़की अपना सब कुछ छोड़ कर एक इंसान के साथ जिंदगी जीने आ जाती है। उसका कल केसा होगा इसकी चिंता किये बिना सिर्फ इसलिए की वो इंसान उसके साथ है। लेकिन उसे भी नही पता होता है की पति और पिता के घर मे बहुत अंतर है। यहाँ होंगे सब कहने के लिए आपके लेकिन साथ कोई ना होगा मुख्य तौर पे वही जिसके भरोसे सब छोड़ा। क्यु दरवाजे पे सिर्फ इंतजार होता है बदले मे उस इंतजार के प्यार नही क्यूँ?
क्या वो लड़की लायक नही , जिसका वो इंतजार कर रही थी वो बदले मे प्यार दिखाये या जताये आखिर अपना सब छोड़ कर kiske के लिए है वो जवाब दो?
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